पश्चिम बंगाल में बिहार के बच्चों के साथ मारपीट, परीक्षा देने गए थे बच्चे
क्या बिहार के ये बच्चे हिंदुस्तान का अंग नहीं हैं। क्या बिहार के हैं तो पश्चिम बंगाल में परीक्षा देने नहीं जा सकते। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना अपराध है।
इस वीडियो में बच्चों के साथ गुंडागर्दी साफ दिखाई दे रहा है। कान पकड़ कर उनसे उठक बैठक करने के साथ ही उनसे दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और गिरिराज सिंह ने बंगाल की ममता बनर्जी पर इस मामले पर जमकर निशाना साधा है।
सिलीगुड़ी में आए बच्चों के साथ मारपीट करने वाले शख्स को बंगाल पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान रजत भट्टाचार्य के तौर पर हुई है जो की 'बांग्ला पक्खो' नामक कट्टर कट्टरपंथी संगठन से संबंधित बताया जा रहा है। जैसा कि आपने वीडियो में देखा की बिहार के कुछ बच्चे सिलीगुड़ी में परीक्षा देने आए देने आए हैं जो कमरे में सो रहे हैं अचानक ही कुछ लोग उनके कमरे में घुस जाते हैं और उनसे बांग्ला भाषा में सवाल करते हैं उनके साथ बदतमीजी और गुंडागर्दी करते हैं जैसे ही एक बच्चे ने बताया कि वह बिहार के हैं यह सुनते ही कमरे में घुसे लोग उसे पर भड़क जाते हैं और कहते हैं कि तुम बिहार से है तो बंगाल में परीक्षा देने कैसे आ गया। यह लोग बच्चों से कागजात मांगते हैं उनके मन करने पर उनके साथ मारपीट करते हैं उन्हें जेल भेजने की धमकी देते हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, "बंगाल में रोहिंग्या मुसलमान के लिए रेड कारपेट बिछाया जाता है। और परीक्षा देने गए बिहार के बच्चे के साथ मारपीट हो रही है? क्या ये बच्चे हिंदुस्तान के अंग नहीं हैं? क्या ममता सरकार ने सिर्फ रेपिस्टों को बचाने का ठेका ले रखा है?"
चिराग पासवान ने भी इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे."